रामपाल मौर्य पी. जी. कॉलेज के बारे में
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महाविद्यालय का संक्षिप्त परिचय
हम एक बेहतर दुनिया के लिए बेहतर शिक्षा सुनिश्चित करते हैं।
आदर्श महाविद्यालय की कल्पना को साकार करने के लिए इस महाविद्यालय की स्थापना प्रकृति के शांत एवं सुरम्य वातावरण में जनपद मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर मुगल रोड स्थित ग्रामीण अंचल में आधुनिक सुख सुविधाओं से संपन्न एकमात्र महाविद्यालय के रूप में की गई है। यह महाविद्यालय सुदूर प्रदेशों से भी विद्यार्थियों को आकर्षित करता है। अधिकतम विषयों का विकल्प, शिक्षक-छात्र का आत्मीय पूर्ण संपर्व एंव अनुभवी निर्देशन से यह विद्यार्थियों के सहज आकर्षण का केन्द्र रहा है।
महाविद्यालय के संस्थापक स्वर्गीय मुन्नालाल र्मार्य जी ने महाविद्यालय की नींव रखने के बाद स्वयं के कर्तव्य को धन्यवाद देते हुए यह महसूस किया कि अब क्षेत्र के बालक एवं बालिकाएं उच्च शिक्षा से वंचित नहीं रहेंगे और ग्रामीण अंचल के प्रतिभागी बच्चो की प्रतिभा प्रदर्शित होगी। इस पवित्र कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए क्षेत्र के समस्त सहयोगियों के आशीर्वाद के साथ-साथ मैं उस महाकाल का आभारी हूं जिसने मुझे ऐसी सामाजिक कार्य के लिए प्रबुद्ध बनाया।
महाविद्यालय का उद्देशय
- उच्च शिक्षा के माध्यम से क्षेत्र में ज्ञान की अलख जगाना और ज्ञान की नई ऊँचाइयों को छूना।
- युवाओं को रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करके उनके उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करना और उनकी क्षमताओं को निखारना।
- विद्यार्थियों में अनुशासन, तर्कशक्ति, वैज्ञानिक सोच, स्वविवेक और उत्कृष्ट आचार्य का विकास करना और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाना।
- समाज के कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं को सशक्त बनाना और उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाना।
- वैश्विक ज्ञान के माध्यम से ग्रामीण छात्र-छात्राओं को वैश्विक ग्राम की अवधारणा से जोड़ना और उन्हें वैश्विक नागरिक बनाना।
- सामाजिक जागरूकता, पर्यावरण संरक्षण और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देना और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना ।
- पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक शोध के संगम से नवाचारी शिक्षा प्रणाली का निर्माण करना और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना।
- डिजिटल और आधुनिक शिक्षण विधियों को अपनाकर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना और छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करना।
Our Academics
- Undergraduate
- Postgraduate
- Certificate Course
- डिप्लोमा प्रोग्राम
History
रामपाल मौर्य पी. जी. कॉलेज का इतिहास
रामपाल मौर्य पी. जी. कॉलेज, सुल्तानपुर घोष, खागा, फतेहपुर क्षेत्र का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है, जिसकी स्थापना 2001 में हुई थी। यहाँ स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेज के साथ अनुभवी शिक्षक, आधुनिक सुविधाएँ और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए उत्कृष्ट वातावरण उपलब्ध है।
पूर्व चीफ जस्टिस मा0 डी.पी.एस. चौहान जी एवं प्रबंधक ऊषा मौर्या जी द्वारा संस्थापक स्व0 श्री मुन्नालाल मौर्य उद्यान का शिलान्यास करते हुए
स्काउट एवं गाइड प्रशिक्षण के अवसर पर महाविद्यालय स्टाफ एवं बी.ए. एवं बी.एड के विद्यार्थी
गणतंत्र दिवस के अवसर पर बहुउद्देशीय हॉल में महाविद्यालय के छात्र एवं छात्राएं
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण करते हुए डी.एल.एड के प्रशिक्षु
"जब तक जीना, तब तक सीखना अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षा हैं"
स्वामी विवेकानन्द

स्व0 मुन्नालाल मौर्य जी
अमूल्य रत्नों से परिपूर्ण जाज्वल्यमान भारत वसुंधरा का आँचल कितना पवित्र कितना सौभाग्यशाली और कितना अनोखा है, यह किसी से छिपा नहीं है। यह रत्नगर्भा अपने अंतः में जहाँ असंख्या मणिमुक्ताएँ छिपाए बैठी हैं, वहीं उसके आँचल
में समय-समय पर ऐसे नवरत्न पैदा हुए हैं जिनकी जीवन ज्योति से धरती जगमगा उठी जिन्होंने चट्टान बनकर समय का प्रवाह रोक दिया, जो अपने लिए नहीं वरन् प्रदेश व देश के लिए और जिनकी पवित्र तेज के समक्ष समस्त अमानवीय एवं अपावन विचारों ने घुटने टेक दिए। माँ भारती के ये अमर पुत्र अपने पूर्वजों की थाती संभाल अतीत का ज्योति कलश ले पथ पर बढ़े, तो पथ की बीहड़ता, उसका अंधकार स्वमेव नष्ट हो गया। जो मंजिल आरती लिए स्वागत में खड़ी मिली, उनका जीवन आज भी सफलता के सर्वोच्च शिखर पर पहुँचकर वह ज्ञान ज्याति बिखेरती रहती है, जिसकी प्रकाश पर प्रदेश सब कुछ न्योछावर करने को सन्नद्ध है। ऐसे ही विलक्षण पुरूष एक ज्योतिर्मान रत्न थे.

विकल्प मौर्य (सचिव)
मैं सचिव के रूप में, उच्च शिक्षा को उत्कृष्ट बनाने के लिए सतत प्रयासरत हूं। मेरा उद्देश्य विद्यालय परिसर और छात्रों की सभी आवश्यकताओं को पूरा करना है। हमारे महाविद्यालय में विविध पाठ्यक्रमों के माध्यम से उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने का प्रयास किया जाता है। हमारा लक्ष्य शैक्षिणिक गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए प्रतिष्ठत विश्वविद्यालयों के साथ संबंध बनाना है। मैं क्षेत्रवासियों से अनुरोध करता हूं कि वे अपने बच्चों को हमारे महाविद्यालयों में प्रवेश दिलाएं। मैं शासन स्तर पर समय-समय पर उपलब्ध सुविधाओं के लिए निरंतर प्रयास करता रहूंगा।

डॉ0 नरेन्द्र कुमार (प्राचार्य)
रामपाल मौर्य पी0जी0 कॉलेज, सुल्तानपुर घोष खागा जनपद फतेहपुर का प्रथम स्ववित्त्पोषी महाविद्यालय है, जिसका निर्माण ग्रामीण अंचल के बीच प्रकृति के सुरम्य वातावरण में हुआ है। शहरों की कोलाहल से दूर शांत वातावरण विद्यार्थियों के पढ़ने को प्रेरणा स्वतः देता है। महाविद्यालय में अपने अपने विषय के अनुभवी शिक्षक छात्र एवं छात्राओं के प्रेरणा के श्रोत बनते है। विद्यार्थियों से सम्बन्धित समस्याओं का निराकरण करने के लिए प्रबन्ध तन्त्र हमेशा कटिबद्ध रहता है। महाविद्यालय में नई तकनीकों के माध्यम से भी शिक्षा दी जाती है, ताकि इस महाविद्यालय में पढ़ने के बाद विद्यार्थी अपने को गौरवांवित महसूस करते है।

ऊषा मौर्या उर्फ अनीला मौर्या (प्रबन्धक)
पिछले सन् 2007 से राजनीति एवं शिक्षा के क्षेत्र में लगातार कार्य करने के उपरांत अपने पति स्वर्गीय मुन्नालाल मौर्य जी की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से महाविद्यालय में विषय विशेषज्ञों से उच्च कोटि की शिक्षा ग्रामीण अंचल क्षेत्र में सुलभ कराने के लिए मैं निरंतर प्रयत्नशील रहती हूँ। मैं समस्त अभिभावकों से अनुरोध करती हूं कि महाविद्यालय को सुव्यवस्थित रूप से चलाने में अपना सहयोग प्रदान करें और हमारे साथ मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करें, जिससे हमारे छात्रों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चि हो सके।